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मुरैना,नगर पालिक निगम द्वारा शहर भर मे किये जा रहे सीवर प्रोजेक्ट पर कार्य के द्वारा न सिर्फ जनता परेशान है बल्कि यात्री गण तथा प्रशासन भी कुछ हद तक परेशान है ! लंबे समय से चल रहे सीवर प्रोजेक्ट का हाल इस तरह फैला पड़ा है जैसे बीरबल की खिचड़ी शहर के मुख्य मार्गों के अलावा पूरे शहर के हर हर गली मौहल्लौं तक सड़कें खुदी पड़ी हैं जहां एक बार खुदाई करने के बाद कार्य पूर्ण नहीं हो जाता वहीं दूसरी ओर खुदाई आरम्भ हो जाती है ! नगर पालिक निगम की इस बेशर्मी से हठधर्मिता की सड़ाध की बू इस कदर आएगी जनता ने स्वप्न मे भी न सोचा होगा क्यों कि न स्कूल मे पढ़ने जाने बालों की परवाह और न ही बुजुर्ग राहगीरों की परवाह है ! न नि प्रशासन,ठेकेदार,पार्षद गणों को तो मात्र प्रोजेक्ट के नाम कार्य फैलाकर अधूरा छोड़ना कोई जिये या मरे कोई परवाह नहीं ! जब कि होना यह था कि मास्टर प्लान के आधार पर शहर के हर रास्ते गली,मौहल्लौं की सड़कों को जहां सीवर लाइन का कार्य लंबित होकर जारी है नोटिस जारी कर उन भवनों को तोड़ फोड़ कर रास्ता चौड़ा करना चाहिये जहां अवैध रूप से भवन सीमा से आगे बढ़ाकर बने हुए हैं ! पुराने रिकार्ड नक्शा रोड़ सीमांकन आदि को समक्ष रखकर पूर्ण रूप से तोड़फोड़ करते हुए रोड़ जहां चौड़ी करने योग्य हैं वहां रास्ता बनाना चाहिये उसके बाद सीवर प्रोजेक्ट के कार्य के साथ-साथ शहर का सौन्दर्यीकरण भी देखने को मिलता ! किन्तु क्या यह सीवर प्रोजेक्ट कभी सफल हो पाएगा ? क्यों कि जो कार्य शहर भर मे चल रहा है इससे तो सिर्फ निगम,पार्षद,जिला प्रशासन आदि की बेशर्मी की सारी हदें पार हो रही हैं जिन्हैं न तो परेशान होती जनता का ख्याल है न स्कूल व कॉलेज जाने वाले बच्चों को और न ही शहर मे चल रहे सीवर कार्य से होने वाली घटनाओं का ! भगोलीवाल गली कब्रिस्तान रोड़ टी एस एस कॉलेज के पास गणेशपुरा का यह हाल है कि कॉलेज संचालक की हठधर्मिता के चलते नालियों मे बहने वाले पानी का निकास अवरुध्द है जिससे पानी कीचड़ के साथ गली मे ही जमा हो रहा है ! उक्त कॉलेज के संचालक द्वारा पानी के निकास हेतु नाली बनाने से मजदूरों को रोक दिया गया था ! जबकि कॉलेज की इमारत को देखा जाए तो नीचे प्लेसमैंट,बैसमैंट (तलघर) से बिल्डिंग की ऊंचाई पांच मंजिल है और क्या इस पांच मंजिल इमारत मय तलघर को बनाने की मंजूरी नगर पालिक निगम जिला प्रशासन द्वारा दी गई है !
वरिष्ठ
निगम की बेशर्मी से हाल बेहाल* "